Maharana Pratap Jayanti 29 मई 2025 - जानिए महाराणा प्रताप की असली कहानी
इस पोस्ट में आपको महाराणा प्रताप जयंती के बारे में पुरी जानकारी दी जायेंगी उनकी जयंती क्यू मानते है और कब मानते है आईये पुरी जानकारी साजा करते है
महाराणा प्रताप की जयंती क्यों मनाई जाती है ?
महाराणा प्रताप की जयंती इसलिए मनाई जाती है क्योंकि वे भारत के इतिहास में वीरता, स्वाभिमान और स्वतंत्रता के सबसे बड़े प्रतीक माने जाते हैं। उनका जन्म 9 मई 1540 को हुआ था, लेकिन हिन्दू पंचांग के अनुसार उनकी जयंती ज्येष्ठ शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को मनाई जाती है, जो इस वर्ष 29 MAY 2025 को है। महाराणा प्रताप ने कभी भी मुगल सम्राट अकबर की अधीनता स्वीकार नहीं की। जब पूरे भारत के राजा अकबर के आगे झुक चुके थे, तब भी महाराणा प्रताप ने आज़ादी और आत्मसम्मान के लिए संघर्ष किया।
MAHARANA PRATAP KI JAYANTI - संक्षेप में जानिए
महाराणा प्रताप की जयंती हिन्दू पंचांग के अनुसार उनकी जयंती ज्येष्ठ शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को मनाई जाती है जोकि इस बार 29 मई को है महाराणा प्रताप भारतीय इतिहास के उन महान योद्धाओं में गिने जाते हैं, जिन्होंने स्वतंत्रता और स्वाभिमान के लिए अपना पूरा जीवन समर्पित कर दिया।महाराणा प्रताप का जन्म 9 मई 1540 को राजस्थान के कुम्भलगढ़ में हुआ था। वे मेवाड़ के राजा उदय सिंह द्वितीय और रानी जयवंताबाई के पुत्र थे। बचपन से ही प्रताप निडर, स्वाभिमानी और पराक्रमी थे।
महाराणा प्रताप की सबसे प्रसिद्ध घटना हल्दीघाटी का युद्ध है जोकि 1576 में हुआ था यह युद्ध महाराणा प्रताप और अकबर की सेना की बिच हुआ था इस युद्ध में प्रताप की सेना कम संख्या में होने के बावजूद उन्होंने बहादुरी से लड़ाई लड़ी। और महाराणा प्रताप इस युद्ध से साहस, रणनीति और आत्मबल का प्रतीक बन गए इस युद्ध में उनका प्रिय घोड़ा चेतक भी वीरगति को प्राप्त हुआ, जिसकी गाथाएं आज भी लोगों की जुबां पर हैं।और इस युद्ध में मुग़ल सेना की जीत हुई
निष्कर्ष:
महाराणा प्रताप जयंती केवल एक राजा का जन्मदिन नहीं है, यह एक संघर्षशील आत्मा, वीरता की मिसाल और राष्ट्र के गौरव को स्मरण करने का दिन है। यह दिन हमें अपने कर्तव्यों, देशभक्ति और आत्मसम्मान की याद दिलाता है।
जय महाराणा प्रताप! जय वीरता!
FAQ`S
:- महाराणा प्रताप का इतिहास क्या है ?
महाराणा प्रताप मेवाड़ के महान राजा थे, जिनका जन्म 1540 में हुआ था। उन्होंने मुगल सम्राट अकबर से स्वतंत्रता के लिए वीरतापूर्वक संघर्ष किया। हल्दीघाटी का युद्ध (1576) उनका प्रमुख युद्ध था। उनका त्याग, साहस और स्वाभिमान आज भी प्रेरणा का स्रोत हैं !
:- महाराणा प्रताप को किसने मारा और कैसे मारा था ?
महाराणा प्रताप को किसी ने नहीं मारा था। उनका निधन 1597 में एक शिकार दुर्घटना के बाद लगी चोटों के कारण हुई थी !
;- महाराणा प्रताप का भाला कितने किलो का था?
महाराणा प्रताप का भाला लगभग 81 किलो का था !
:- महाराणा प्रताप की पत्नी कितनी थी ?
महाराणा प्रताप की कुल 14 पत्नियाँ थीं। उनकी प्रमुख पत्नी का नाम महारानी अजबदे पंवार था, जिनसे उन्हें उनका सबसे प्रसिद्ध पुत्र अमर सिंह प्रथम हुआ था। अन्य पत्नियाँ राजनीतिक और सामरिक कारणों से विवाह में आई थीं, जैसा उस समय के राजघरानों में प्रचलन था !
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